PM KUSUM Yojana: किसानों के लिए ऊर्जा सुरक्षा का नया अध्याय
केंद्र सरकार ने किसानों की ऊर्जा जरूरतों और आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए PM KUSUM Yojana (प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान) की शुरुआत की है। इस योजना के जरिए किसानों को सोलर पंप पर 60% सब्सिडी मिल रही है, जिससे न केवल बिजली की समस्या दूर होगी, बल्कि उनकी आमदनी भी बढ़ेगी। आइए जानते हैं कैसे यह योजना कृषि क्षेत्र में क्रांति ला रही है।
PM KUSUM Yojana क्या है?
PM KUSUM Yojana की शुरुआत 2019 में की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को सौर ऊर्जा (Solar Energy) के माध्यम से ऊर्जा सुरक्षा प्रदान करना और 2030 तक भारत की बिजली उत्पादन क्षमता का 40% गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों से पूरा करना है। योजना के तीन प्रमुख घटक हैं:
- सोलर पंप सेट लगाने पर सब्सिडी।
- किसानों के खेतों में सोलर पैनल स्थापित करना।
- ग्रिड से जुड़े सोलर पावर प्लांट्स को बढ़ावा।
सोलर पंप के 5 बड़े फायदे

- बिजली की समस्या से छुटकारा: सोलर पंप पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर चलते हैं, जिससे बिजली कटौती और डीजल की ऊँची लागत खत्म होती है।
- 60% सब्सिडी: केंद्र और राज्य सरकार मिलकर किसानों को सोलर पंप पर 60% तक वित्तीय सहायता देती हैं।
- आय दोगुनी करने का मौका: सोलर पंप से सिंचाई लागत घटती है। साथ ही, अतिरिक्त बिजली ग्रिड को बेचकर किसान अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं।
- पर्यावरण सुरक्षा: यह योजना रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) को बढ़ावा देकर कार्बन उत्सर्जन कम करती है।
- लंबे समय तक फायदा: सोलर पंप की लाइफ 25 साल तक होती है, जिससे किसानों को दशकों तक लाभ मिलता है।
कैसे दोगुनी होगी किसानों की आमदनी?
- सिंचाई लागत में कमी: डीजल या बिजली पर निर्भरता खत्म होने से खेती की लागत 70% तक घट जाती है।
- अतिरिक्त आय का स्रोत: सोलर पैनल से बची हुई बिजली को DISCOM (बिजली वितरण कंपनियों) को बेचकर किसान प्रति यूनिट 3-4 रुपये कमा सकते हैं।
- फसल उत्पादन बढ़ना: नियमित सिंचाई से फसल की गुणवत्ता और पैदावार दोनों बढ़ती है।
रिन्यूएबल एनर्जी को मिलेगा बढ़ावा

PM KUSUM Yojana भारत को एनर्जी-इंडिपेंडेंट बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसके तहत 2030 तक 2.75 लाख मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। सोलर पंप लगाने से किसान ग्रीन एनर्जी के प्रति जागरूक होंगे और पर्यावरण संरक्षण में योगदान देंगे।
PM KUSUM Yojana के लिए आवेदन कैसे करें? (Application Process)
- ऑनलाइन आवेदन: राज्य सरकार की नोडल एजेंसी (जैसे- UPNEDA, HAREDA) की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भरें।
- डॉक्यूमेंट्स: जमीन के कागजात, आधार कार्ड, बैंक अकाउंट डिटेल्स और मोबाइल नंबर जमा करें।
- सब्सिडी का लाभ: आवेदन स्वीकृत होने के बाद, सोलर पंप लगाने के लिए 60% सब्सिडी मिलेगी।
- तकनीकी सहायता: सरकार द्वारा नियुक्त टीम इंस्टॉलेशन और मेंटेनेंस में मदद करेगी।
निष्कर्ष: किसानों के लिए एक सुनहरा मौका
PM KUSUM Yojana न केवल बिजली और आय की समस्या का समाधान है, बल्कि यह भारत को सस्टेनेबल एनर्जी की ओर ले जाने वाली एक बड़ी पहल है। किसान इस योजना का लाभ उठाकर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकते हैं और पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे सकते हैं। अभी अपने नजदीकी नोडल एजेंसी से संपर्क करें और सोलर पंप पर सब्सिडी का लाभ उठाएँ!
यह ब्लॉग किसानों को PM KUSUM Yojana के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है और उन्हें आवेदन के लिए प्रेरित करता है। इसे सोशल मीडिया पर शेयर करें ताकि अधिक से अधिक किसान लाभ उठा सकें!

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क्या सभी किसान इस योजना के पात्र हैं?
हाँ, सभी छोटे और बड़े किसान आवेदन कर सकते हैं।
सोलर पंप की कीमत कितनी है?
5 HP सोलर पंप की लागत लगभग 3.5 लाख रुपये है, लेकिन सब्सिडी के बाद किसान केवल 1.4 लाख रुपये देने होंगे।
अतिरिक्त बिजली बेचने की प्रक्रिया क्या है?
सोलर पैनल को ग्रिड से जोड़कर DISCOM के साथ पावर पर्चेज एग्रीमेंट (PPA) करना होगा।
क्या यह योजना पूरे भारत में लागू है?
हाँ, सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में PM KUSUM योजना चल रही है।